वाशिंगटन: अमेरिकी नौसेना पर्यवेक्षणशाला ने घोषणा की है कि इस साल 31 दिसंबर 23 बजकर 59 मिनट और 59 सेंकेड पर विश्व भर की घड़ियों में समन्वित सार्वभौम समय में एक अतिरिक्त सेकेंड जोड़ा जाएगा।
यह काम भारतीय मानक समयानुसार एक जनवरी 2017 को सुबह 4:29:59 बजकर किया जाएगा। इस समय
वाशिंगटन डीसी में अमेरिकी नौसेना पर्यवेक्षणशाला की मास्टर क्लाक सुविधा में एक अतिरिक्त सेकेंड जोड़ा जाएगा। ऐतिहासिक रूप से समय खगोलीय पिंडों के सन्दर्भ में पृथ्वी के औसत घूर्णन पर आधारित होता है तथा सेकेंड इसी सन्दर्भ में व्यक्त किया जाता है।बहरहाल, परमाणु घड़ियों की खोज से ज्यादा सटीक ‘परमाणु’ समय मानक परिभाषित हो सका। इस आधार पर मापा गया सेकेंड पृथ्वी के घूर्णन से अलग होता है।वर्ष 1970 में अंतरराष्ट्रीय समझौतों में एक प्रक्रिया स्थापित की गयी जिसके तहत समन्वित सार्वभौम समय (यूटीसी) एवं यूटी1 में संबंध कायम रह सके। द इंटरनेशनल अर्थ रोटेशन एंड रिफरेंस सिस्टम वह संगठन है जो दोनों समय मानकों के अंतर पर निगरानी रखती है और इनके अंतर को 0.9 सेकेंड तक रखने के लिए जरूरत के अनुसार यूटीसी में अतिरिक्त सेकेंड जोड़ने या हटाने के लिए कहता है।
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